भाषा ज्ञानार्जन का मुख्य साधन है। भाषा एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपनी बात दूसरों तक पहुँचाते हैं तथा दूसरों की बात को ग्रहण करते हैं। मानव को संपूर्ण सृष्टि में श्रेष्ठ माना गया है। इसका प्रमुख कारण उसके द्वारा अर्जित भाषा है। किसी भी भाषा को भलीभाँति जानने और समझने के लिए उसके व्याकरण को समझना अनिवार्य है। वर्तमान समय में भावनात्मक और बौद्धिक विकास की गति पहले की तुलना में बहुत अधिक है। बच्चों के मानसिक विकास के लिए विविध प्रकार के साधनों की उपलब्धता के कारण सीखने की प्रक्रिया अधिक प्रभावी और उपयोगी होती जा रही है। बचपन में मानस पटल अत्यंत कोमल होता है इसलिए भाषा विकास के प्रारंभिक चरण में बच्चे अपने परिवार और परिवेश में उपलब्ध विभिन्न माध्यमों और साधनों से सीखते हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) पर आधारित राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF-2022) को ध्यान में रखते हुए रोचक शैली में तैयार की गई कर्णिका हिंदी व्याकरण श्रृंखला की सभी पुस्तकें अनूठी हैं। यह पुस्तक श्रृंखला खेल-खेल में सीखे सिद्धांत पर आधारित है।
ISBN- 9789348770097